दोस्तों , मुझे आप सभी को ये बताते हुए बहुत ख़ुशी हो रही है कि विश्व हिंदी सचिवालय, मरिशिश द्वारा आयोजित अंतरराष्ट्रीय हिंदी कहानी प्रतियोगिता में मुझे तृतीय पुरूस्कार मिला है . पुरूस्कार राशि USD $ 300 है , लेकिन इससे बड़ी ख़ुशी ये है कि अंतरराष्ट्रीय स्तर पर मुझे एक पहचान मिली है . हिंदी के लिए मेरा जीवन कुछ काम आया . मुझे इस बात की भी ख़ुशी है . आप सभी मित्रो का प्रोत्साहन मेरे लिए अमूल्य है . धन्यवाद.
ये हुई ना बात्……………हार्दिक बधाइयाँ और शुभकामनायें ईश्वर ऐसे ही सफ़लता प्रदान करता रहे।
ReplyDeleteशुक्रिया वंदना जी . आपका आशीर्वाद और शुभकामनाये ही मेरे लिए सर्वोपरि है .
Deleteधन्यवाद.
मिल ही जाते हैं सबको अपने अपने हिस्से के आस्माँ
ReplyDeleteफिर चाहे इबादत के तरीके कितने जुदा सही
बहुत ही सुन्दर पंक्तियाँ मित्र.
Deleteदिल से धन्यवाद.
अहा, बहुत बहुत बधाईयाँ..
ReplyDeleteशुक्रिया प्रवीण जी . आपका आशीर्वाद और शुभकामनाये ही मेरे लिए सर्वोपरि है .
Deleteधन्यवाद.
Congratulations!!
ReplyDeleteशुक्रिया आशु जी . आपका आशीर्वाद और शुभकामनाये ही मेरे लिए सर्वोपरि है .
Deleteधन्यवाद.
विजयजी,
ReplyDeleteअन्तराष्ट्रीय कहानी प्रतियोगिता में विजयी श्री की हार्दिक शुभकामनाये.
यह आपकी रचना धर्मिता का सम्मान है.निश्चितरूप से यह आपको नई उर्जा देगी.
युगल गजेन्द्र
शुक्रिया युगल जी . आपका आशीर्वाद और शुभकामनाये ही मेरे लिए सर्वोपरि है .
Deleteधन्यवाद.
aap sabhi ka shukriya
ReplyDeleteसादर नमस्कार आदरणीय!
ReplyDeleteआज आपके ब्लाग्स पर पहली बार आने का अवसर मिला,बहुत सुखद अनुभूति हुई।
आपकी इस महत्वपूर्ण उपलब्धि के लिए मेरी तरफ से भी आपको हार्दिक बधाइयां...
सादर